लोग पूछते है उम्र हमारी
हम सोचते हैं क्या बताएं
सपने देखो हमारे तो अठारह
सीमायें देखो तो आठ
माँ पास होंती हैं तो पांच
माँ परेशान होती हैं तो पचास
पड़ोस के बच्चे अंकल बोले तो अस्सी
बाजू वाले अंकल जी बेटा बोले तो इक्कीस
भाई की चाकलेट चुराएँ तो चौदह
पढने क लिए उसे गलियाएं तो चालीस
बिन सोचे पिज्जा बर्गर खाएं तो बाईस
और खाते हुए ८०' के गाने चलायें तो बयालीस
स्कूटर जो न चला पायें तो उन्नीस
छोकरी जो दिख जाये दिल की तो उनतीस
क्या करोगे हमारी उम्र जानकर
क्या करोगे सोच कर की कम ज्यादा है या सही है
मियां पिछले तेईस साल से हम आदमी तो वही हैं !!
No comments:
Post a Comment